Sunday, June 28, 2020

28 June 20

The Laghav and Richness of Sanskrit.
In Japan zen monks say that when you feel seventeen syllabus more,you achieve Zen, the supreme element
क्ष्मां निमंक्ष्य,कं
दग्ध्वा$ग्निं प्रशाम्य खे
विलीनो योगी।
पृथ्वी को डुबो कर जल में,
जल को जला कर आग से
आग को बुझाकर पवन से,
आकाश में विलीन हो गया योगी 
Having drown Earth  in to water,
Having burnt water by fire,
    
Having             extinguished fire by wind , yogi vanished in sky
Dedicated to Lata Nanavati and Urmi Shah with regards
Muladhar-Earth, swadhithan-water,mManipur-fire,Anahat-wind, Vishuddha-Sky,Ajna-the door,  the third eye        Sahsrar-salvation

Thursday, June 25, 2020

दुष्ट अंधेरे का दिया,
देत अहै उंजियार।
लैइके घूंस ओहि ठग से,
अहै बड़ा हुशियार।। 
(अवधी भाषानुवाद)s

Monday, June 22, 2020

today's haiku 22 June 20

विद्युत्त्रिशूलं
क्षिपद् वादयति खं
मेघडमरुम्।
बीजली का त्रिशूल फैंकता हुआ आकाश
बजाता है मेघ के डमरु।
Throwing Trishul of
Lightning
The sky is beating  Damaru of clouds!
For Ritesh Vaman and  DrHarekrishna Meher with love

Sunday, June 21, 2020

About my self 21 June 20

अपने 66वर्षों की आयु में
मैं अपने  को आधुनिकता और औपनिषदिक दार्शनिकता के शिखर पर देख रहा हूं, जिस पर दो से  दस तक के मेरे समकालीन खडे हैं।मैंने छांदस काव्य तो बीस वर्ष की आयु में ही लिखे थे।छंदकौशल्य के साथ खण्डछंद, छंदों के मिश्रण, मात्रामेल छंदों से अच्छान्दस में गेयता के बाद हाइकु, सीजो, तान्का, मोनो इमेज पोएट्री, ग्राफ पोएट्री, टाइपोग्राफी, चित्रकला के साथ काव्य,म्यूरल पोएट्री, एब्सर्ड नाटक ,डायरी के रूप में उपन्यास ,नया और अनूठा काव्यशास्त्र और.....बच्चों के लिए कविता ,कथाऐं ,स्मृति कथा के रूप में आत्मकथा.... हा ! सर्वाधिक प्रयोगशील, सर्वाधिक चर्चित रचनाकार के रूप में अनेक भाषा में लेखन ,गुजराती का भी वरेण्य कवि...पुस्तकालयों में नही,लोकहृदय में जीवित कवि। ईर्ष्या पीडित शत्रुवैभववाला ....मैं और किसी का अनुकरण नहि करता, मेरा भी नही।अभी तक 166 किताबों का लेखन..। अतः हर बार नया..वह मेरी  प्रतिज्ञा है।आप सभी को वंदन ,जब तक आप मेरे साथ हैं ,मेरी लेखिनी चलती रहेगी.....

Monday, June 15, 2020

hain 15 June 2020

Freedom is the existence for human being but we loss it in relations
सारिकां प्रेक्ष्य
वृक्षे, निःश्वस्य वधू
-र्भित्तिं पश्यति ।
वृक्ष पर देखकर मैना को
वधू निश्वास के साथ
देखती है 
घर की चार दीवारी को ।
Looking Maina on the tree
The house wife sighs and sees walls of home
Dedicated to Sudha Ranipandey and Varalakshmi Kandregula

Sunday, June 14, 2020

हाइकु आजका

A Romantic Haiku
अक्ष्णो: प्रविष्टा:
कृषक-कन्यकाया
वृतेश्शलभा: ।
किसानकन्या की
आँखों में दाख़िल हो गयीं
बाड़ पर बैठी तितलियाँ ।
Butterflies on hedge
Entered in to the eyes of farmer girl
Here butterfly is symbol  of young age, first love , zeal of heart and  
Unsteadiness of feelings.
The traditional Sanskrit poet doesn't understand symbols
For Taresh Kumar Sharma and Kamlakant Tripathi