आज से हम गृहिणी विषयक मोनो इमेज शुरू करते है।एक सप्ताह यह विषय चलेगा।मैंने गुजराती में पृथ्वीना प्रेमनो पर्याय पत्नी नामक एक ग्रंथका लेखन संपादन किया है।
हमारे कवि प्रिया पर ढेर कविता लिख सकते हैं ,मगर जीवनसंगिनी के बारे महाकवि भी चूप हैं!
गृहं प्रकाशयितुं
गृहिणी
भवति दीपशिखा।
घर को प्रकाशित करने के लिए
गृहिणी बन जाती है
दीपशिखा।
इस विषय पर आप सभी छांदस, अछांदस,गजल का शेर ,श्लोक लिख सकते है।
It's new adventure .Someone can make e book
Dedicated to Rdhavallabh Tripathi and Satyavati Tripathi with regards
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