गुजराती के ख्यात सामयिक चित्रलेखा ने 51 गौरववंता गुजरातीओ में मेरा चयन किया इसलिए मैं आभारी हूं ।चयन प्रक्रिया में शामिल राजेश भायाणी जी ,मेरा परिचय लिखने वाले डो.महेश शाह जी ,फोटोग्राफर प्रज्ञेश व्यासजी का मैं आभारी हूं।
साहित्य अकादमी ने देश के 16 ,51 ,75 ,100 साहित्यकारों में मुझे गीना ,गझल सम्राट चिनु मोदी ने साहित्य अकादमी के गुजरातीसंपादित संग्रह गझल शतक ,डो.हर्षद त्रिवेदी ने गुजराती प्रतिनिधि गझल संपादन में मुझे स्थान दिया।dr Drss Rahi जी ने भी ऐसी ही किताब में मेरा सुंदर परिचय लिखा।
एक साथ दो भाषाओं के द्वारा ऐसा सम्मान मिलना परम कृपा बिना संभव नही है।देश की अनेक भाषाओं ने मेरे साहित्य को स्थान दे कर मुझे उपकृत किया है।
यहाँ तक पहूंचानेवाले सभी का ऋणस्वीकार करता हूं।